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उभयलिंगी मम्मी

अच्छे दोस्त  हर समय में काम आते हैं लेकिन चुदाई में भी काम आते हैं इसका पता मुझे मम्मी और आंटी की चुदाई देखकर चला। मुझे यह भी पता चला मेरी मम्मी उभयलिंगी यानी बाय सेक्सुअल है। बाय सेक्सुअल वह होता है जिन्हें और तो और आदमियों दोनों में दिलचस्पी होती है।

कहानी बहुत ही मजेदार वासना से भरी हुई है तो इसे पूरा जरूर पढ़ें!!

मुझे यह तो पता था मम्मी और आंटी के बीच में बहुत ही ज्यादा गहरी दोस्ती है। लेकिन यह नहीं पता था कि दोस्ती इतनी गहरी होगी जो चुदाई में बदल जायेगी।

मेरा नाम बिट्टू है और मैं दिल्ली में रहने वाला लड़का हूं और यह मेरी मम्मी की अंतर्वासना कहानी है।

काफी दिनों से मेरी मम्मी बहुत ही ज्यादा परेशान रहने लग गई। मैंने उनसे पूछा भी था कि मम्मी क्या हुआ तो उन्होंने यही बोला यह तुम्हारे मतलब की बात नहीं है यह हम बड़ों वाली बात है।

अब मम्मी ने ऐसा बोला – यह हम बड़ों वाली बात तो मैंने इसके ऊपर ज्यादा सोचा नहीं और सोफे पर बैठ कर अपनी नेटफ्लिक्स की सीरीज देखने लगा।

अभी दोपहर को मम्मी की सबसे अच्छी सहेली रुबीना आंटी भी आ गई घर पर। मुझे लगा मम्मी बहुत ज्यादा परेशान है तो अपनी फ्रेंड से बात करेंगे तो उन्हें अच्छा लगेगा।

वह दोनों भी मेरे पड़ोस के सोफे पर बैठी हुई थी और बातें कर रही थी। वह दोनों काफी देर तक बातें करती रही और मम्मी काफी परेशान वाले एक्सप्रेशंस दे रही थी और आंटी उनको समझाने वाले एक्सप्रेशंस दे रही थी।

मैंने सोचा इन दोनों औरतों के बीच में क्या बात है चल रही है यह सुननी चाहिए। तो मैंने वेब सीरीज बंद कर दी और लीड कान में ही लगे रहने दे, ताकि उन दोनों को शक ना हो।

मम्मी – अरे क्या बताऊं मैं आजकल बहुत परेशान रहती हूं!!

आंटी – तुम परेशान क्यों रहती हो इतनी तुम्हारा हस्बैंड तो काफी अच्छा है!

मम्मी – हां यार वह अच्छा तो है लेकिन वह सेक्स करने में अच्छा नहीं है! उसके साथ मुझे वह मजा ही नहीं आता जो मजा मुझे तुम्हारे साथ आता था!!

जो मजा मुझे तुम्हारे साथ आता था बहन चोद इसका मतलब क्या है यह सुनकर मेरे कान खड़े हो गए!!

आंटी – वह सब कॉलेज के दिनों की बात है अब तुम्हें इससे आगे बढ़ना होगा।

उनकी इन बातों से मुझे इतना तो अंदाजा लग गया यह दोनों कॉलेज के टाइम पर गर्लफ्रेंड थी। यानी कि मेरी मम्मी को आदमियों के साथ साथ औरतों में भी दिलचस्पी है।

इसका मतलब मेरी मम्मी बाय सेक्सुअल है।

इनकी मजेदार बातों को सुनकर मुझे बहुत ज्यादा मजा आ रहा था क्योंकि लड़की की लड़की से चुदाई मैने केवल पोर्न वीडियोस और लसबियन सेक्स स्टोरीज में ही देखता पढ़ता था।

कभी मम्मी बहुत ही ज्यादा उदास हो गई और आंटी ने उन्हें गले लगा लिया और सहारा देने लगी। दोनों ने एक दूसरे को लगभग 5:10 मिनट तक गले लगा रखा था और वह एक दूसरे के पेट को सोहरा रही थी बहुत ही रोमांटिक अंदाज में।

तिरछी नजरों से मैं यह सब देख रहा था और मेरा लंड धीरे-धीरे खड़ा हो रहा था।

हां मैं मानता हूं वह मेरी मां है लेकिन यार अंतर्वासना का कोई रिश्ता नहीं होता, ठरक का कोई रिश्ता नहीं होता। और सच में मुझे बस इतनी सी चीजें ही सोच कर बहुत ज्यादा मजा आ रहा था।

फिर दोनों वहां से उठ गए और मम्मी अपने कमरे में आंटी को लेकर चली गई। जैसे ही वह दोनों कमरे में कहीं मैं भी पीछे से उस कमरे की ओर चला गया।

मैंने दरवाजे को हल्का सा खोला और अपनी हरामी वाली नजरों से कमरे के अंदर क्या चल रहा है देखने लगा।

मैंने यह देखा मम्मी और आंटी एक दूसरे को किस कर रही हैं और एक दूसरे के बदन से बदन लगाकर लिपटी हुई है।

मै – अबे मादरचोद यह क्या हो रहा है!!

फिर आंटी ने मम्मी के सारे कपड़े उतार दिए और मम्मी ने भी आंटी के सारे कपड़े उतार दिया। आंटी के ऊपर तो मेरी हमेशा से ठरक थी, लेकिन मेरी मम्मी भी मेरे सामने नंगी थी। अब क्या करूं?!! मम्मी और आंटी की चुदाई ही देख लेते।

मम्मी जब झाड़ू लगाती थी तब मैं उसके लटके हुए थोड़े बहुत दिख रहे बूब्स को देखता था, लेकिन आज तो पूरी नंगी मम्मी और आंटी मुझे दिख रही थी।

मेरा लंड बिल्कुल ठंडे की तरह खड़ा था और उस से पानी टपक रहा था। मैं बहुत ही ज्यादा गरम हो रहा था उन दोनों को देखकर।

और वह दोनों भी काम वासना के प्यार में डूबी हुई थी और एक दूसरे को बहुत ही सेक्सी अंदाज में चूम रही थी। मम्मी आंटी के होंठों को चूस रही थी उनके लाल-लाल गालों को चूम रही थी उनके बड़े बड़े बूब्स को दबा रही थी।

फिर धीरे-धीरे आंटी मम्मी को चूमने लगी उनके पूरे बदन को चूमने लगी। फिर वह चूमते चूमते मम्मी की चूत तक पहुंच गई और उनकी चूत को अपनी जबान से चाटने लगी।

सच में भाई साहब!! यह सब देखकर तो मैं पागल ही हो रहा था और मैंने भी मुट्ठ मारना चालू कर दिया था।

मम्मी ने आंटी के मुंह को अपनी चूत में और कस के दबा लिया और आंटी भी उन्हें जोर जोर से चाटने लगी। 

अब मुझे पता लगा मम्मी परेशान क्यों थी वह आंटी से चोदने के लिए परेशान थी क्योंकि उनके चेहरे पर एक अलग ही संतुष्टि खुशी के भाव दिख रहे थे।

वह बहुत ही ज्यादा खुश थी और बस हंसे जा रही थी उन्हें बहुत ही ज्यादा संतुष्टि मिल रही थी। और खुश तो मैं भी था और दोनों को नंगा देखकर मुट्ठ मारने में बहुत मजा आ रहा।

फिर आंटी ने मम्मी के टांगों को अपने कंधे के ऊपर रखा और उनकी चूत से अपनी चूत को रगड़ने लगी। वह अपनी चूत को मम्मी की चूत से बहुत जोर जोर से रगड़ रही थी और दोनों एक दूसरे की चुदाई कर रही थी।

दोनों एक दूसरे को चूम भी रही थी चूत से चूत लगा भी रही थी और बूब्से बूब्स रगड़ भी रही थी। दोनों एक दूसरे के प्यार में डूबे हुए थे और सच में बहुत ही कमाल का रोमांटिक सेक्स कर रहे थे।

और मेरा भी मेरे हाथ और लंड के बीच में अच्छा रोमांस चल रहा था।

फिर आंटी ने पता नहीं कहां से अपने पर्स में से नकली लंड निकाला और मम्मी की चूत में घुसा दिया। मम्मी को एकदम से बहुत ही ज्यादा मजा आया और उनके मुंह से निकला – आ आ अहह अम्म अहह अहह!!

आंटी – मज़ा आ रहा हेना, आ आ अम्म , तुम गन्दी औरत, बोलो मज़ा आ रजा हेना।

मम्मी – हां हां अब और ज्यादा मज़ा आ रहा है, हां हां ऐसे ही चोदो मुझे।

साला ऐसी आवाजें तो पोर्न स्टार भी नहीं निकालती जैसी आवाज है मेरी मां निकाल रही थी।

फिर क्या आंटी ने अपने नकली लंड से मम्मी की चूत की चुदाई करना चालू कर दिया है उसे बहुत ही जोर जोर से अंदर बाहर कर रही थी जिससे मम्मी का बार-बार मूत से निकल रहा था।

आंटी जोर-जोर से नकली लंड को अंदर बाहर कर रही थी और मम्मी जोर जोर से अपनी चूत के ऊपर खुजली कर रही थी आंटी अपनी चूत पर भी खुजली कर रही थी और दोनों एक दूसरे  की चुदाई करने में लगे हुए थे।

फिर आंटी ने वह दो मुहा नकली लंड अपनी चूत में भी घुसा लिया और दोनों ने एक ही लंड के ऊपर अपनी चुदाई करनी चालू कर दी। फिर दोनों का कुछ ही देर में झड़ने वाला था मतलब दोनों को चरण सुख की प्राप्ति होने वाली थी और भैया मेरा भी झड़ने वाला था।

जैसे ही मम्मी आंटी दोनों को चरण सुख की प्राप्ति वैसे मेरा भी सारा माल झड़ गया और दरवाजे के ऊपर पिचकारी छूटी – छपाक!!!!

इतनी ज्यादा मुट्ठ मार कर मैं थक गया था और मम्मी और आंटी भी दोनों वासना क्या प्यार कर कर थक गई थी। मम्मी और आंटी दोनों के चेहरे के ऊपर एक अलग ही खुशी थी खासकर तो मेरी मां के ऊपर लग खुशी थी।

मैंने जल्दी से अपने लंड को पैंट के अंदर डाला और दोबारा सोफे के ऊपर जाकर बैठ गया लीड लगाकर। आंटी शाम तक वापस जाने लगी अपने घर, और फिर मम्मी ने कहा – बस ऐसे ही मिलती रहना।

मैंने सोचा – यह जब जब मिलेंगे, तब तब मेरे को नई नई चीजें देखने को मिलती रहेगी और ऐसा हुआ भी, मुझे काफी और चीजें करने को मिली, जो मैं आने वाली Mummy ki Gandi Kahani में इसके अगले पाठ के रूप में डालूंगा। 

तो वेबसाइट के ऊपर आप आते रहे!!!

आपने भी मेरी मम्मी की Sexy Kahani पढ़कर झाड़ तो दिया होगा, अगर नहीं झारा होगा, तो मसला जरूर होगा अपने बाबू को😂🤣✊🍌💦।

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